प्रथम विश्व युद्ध के बाद पूरी दुनिया आर्थिक मंदी से गुजर रहा था। लेकिन 8-10 साल बाद जब कुछ देशों ने विकास किया तो उन देशों ने यह जानने का प्रयास किया कि कोई ऐसा चीज है जिससे हमें पता चले कि हमारा देश विकास कर रहा है या नहीं अगर विकास कर रहा है तो कितना विकास किया। तब एक अमेरिकी अर्थशास्त्री साइमन ने एक सुझाव दिया कि हम GDP के द्वारा अपने देश के विकास के बारे में जान सकते हैं। यह GDP क्या होता है साथ ही GDP कितने प्रकार के होते हैं। यह भी जानेंगे।
GDP सबसे पहले अमेरिका में साइमन ने 1935 में पेश किया था। और भारत में GDP की शुरुआत 1950 से हुई थी।
GDP(Gross Domestic Products)क्या होता है-
एक वर्ष में एक देश की सीमा के अंदर उत्पादन किए गए समस्त वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य को GDP कहते है। सीमा के बाहर उत्पादन किए गए वस्तुओं को जीडीपी में शामिल नहीं किया जाता है। जैसे मान लीजिए-
TATA =800
L.G=300
एक भारतीय (विदेश में)=150
तो Total GDP =1100
GDP के प्रकार-
(1) GNP(Gross National Products)- यह दुनिया के किसी भी कोने में यदि कोई भारतीय वहां रहकर कमाता है तो उसे GNP में शामिल किया जाता है। यह पैसा राष्ट्र के काम आता है। जैसे-
TATA (India)=800
अब्दुल (सऊदी अरब)=500
राकेश (अमेरिका)=300
Amazon (विदेशी कंपनी भारत में)=200
Total GNP=1600
(2) NNP(Net National Products)- जब GNP में से देश के अंदर किए गए खर्च को घटा देते हैं तो NNP बचता है। यह देश का सबसे शुद्ध पैसा होता है।
वर्तमान में भारत का GDP 3.18 ट्रिलियन डॉलर के बराबर है।