पूरी दुनिया में सबसे क्रूर तानाशाह के नाम से मशहूर हिटलर को कौन नहीं जानता है। लेकिन शायद ही ऐसे कम लोग होंगे जो हिटलर के व्यवहारों से भली-भांति परिचित होंगे। तो आज हम लोग जानेंगे कि एक साधारण लड़का पूरी दुनिया में अपना खोफ कैसे पैदा कर देता है? साथ ही हिटलर ने पूरी दुनिया को द्वितीय विश्वयुद्ध की आग में कैसे झोंक देता है?
हिटलर कौन थे?
हिटलर का पूरा नाम एडोल्फ हिटलर था। इनका जन्म 20 अप्रैल 1889 में आस्ट्रिया में हुआ था। जो बाद में जर्मनी आकर बस गए थे। हिटलर एक गरीब परिवार से थे। इनके पिता का नाम एलोइस हिटलर था और माता का नाम क्लारा हिटलर थी। इनके पिता तीन शादियों किए थे। पहली बार अपने से ज्यादा उम्र की लड़की से शादी की। दूसरी बार अपनी बेटी की उम्र की लड़की से शादी किए थे और तीसरी बार हिटलर की मां थी। हिटलर के पिता के छः बच्चे थे। जिसमें हिटलर चौथे नंबर के थे। हिटलर की प्रारंभिक शिक्षा लिंज नामक स्थान पर हुआ था। जब हिटलर 14 साल के थे उसी समय उनके पिता का देहांत हो गया था और इसके ठीक चार साल बाद इसके माता का भी देहांत हो गया था। हिटलर एक पेंटर बनना चाहते थे। लेकिन उन्हें तीन बार रिजेक्ट कर दिया गया था। इसके बाद यह पोस्ट कार्ड पर चित्र बनाकर बेचने लगा और इसी से अपना जीवन यापन करता था। उसी समय हिटलर को एक यहूदी लड़की से प्यार हो गया था लेकिन उस समय हिटलर की इतनी हैसियत नहीं थी कि अपने मनपसंद लड़की से शादी कर सके। असल में हिटलर की खराब स्थिति को देखकर ही लड़की शादी करने से इनकार कर दिया था। कहा जाता है कि हिटलर को यहूदियों के प्रति नफरत पैदा यही से हुआ था। वैसे भी उस समय जाति विवाद भी काफी ज्यादा था। धीरे-धीरे साल गुजरता गया और साल 1914 में प्रथम विश्वयुद्ध छिड़ गई। उसी समय हिटलर सेना में भर्ती हो गया।
प्रथम विश्वयुद्ध में हिटलर
प्रथम विश्वयुद्ध की शुरुआत सर्बिया और ऑस्ट्रिया के बीच हुई थी। जिसके बाद पूरी दुनिया मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र में बंट गया था। प्रथम विश्व युद्ध 1914 से 1918 के बीच चला था। इसी प्रथम विश्वयुद्ध में हिटलर पूरी तरह से जख्मी हो गया था तब ब्रिटेन के एक ऑफिसर ने उन्हें ठीक करा कर वापस जर्मनी भेज देता है। हिटलर को प्रथम विश्व युद्ध में दो बार आयरन क्रोस से सम्मानित किया गया था। बाद में उन्होंने सेना से resign देकर राजनीति में आ गए थे।
हिटलर की राजनीति
साल 1920 में उन्होंने राष्ट्रीय समाजवादी जर्मन कामगार पार्टी की स्थापना की। जिसे नाजी पार्टी के नाम से भी जाना जाता है। और धीरे-धीरे यह पार्टी 1930 में प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी बन जाता है। और 1933 में हिटलर जर्मनी का चांसलर बनते ही जर्मनी संसद को भंग कर देता है। जिसे प्रथम विश्वयुद्ध तक कोई नहीं जानता था देखते ही देखते हिटलर कानून की सारी शक्तियां अपने हाथ में ले लेता है और नाजी पार्टी के विरुद्ध बोलने वाले लोगों को जेल में डालने लगते हैं। हिटलर कहते थे कि "जनता को इतना तकलीफ दो कि लोग जिंदा रहने को ही विकास समझे"। हिटलर कहते थे कि "जर्मनी मतलब हिटलर और हिटलर मतलब जर्मनी"। और साल 1934 में हिटलर ने खुद को राष्ट्रपति घोषित कर दिया और राष्ट्रपति बनते हिटलर ने वर्साय की संधि का विरोध करना शुरू कर दिया। साथ ही प्रथम विश्वयुद्ध की हार का वजह यहूदियों को ठहराया। हिटलर जर्मनी के लोगों के दिलों में इतना नफरत पैदा कर दिया था कि इसी नफरत की वजह से 60 लाख यहूदियों को मौत के घाट उतार दिए थे। हिटलर ने प्रथम विश्व युद्ध का बदला लेने के लिए 1 सितंबर 1939 को पोलैंड पर कब्जा करने के लिए आक्रमण कर देता है तब पोलैंड की रक्षा करने के लिए ब्रिटेन और फ्रांस जर्मनी के सामने खड़ा हो जाता है और यहीं से द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हो जाती है।
हिटलर की रहस्यमय जानकारी
आपको जानकर हैरानी होगी कि करोड़ों लोगों का जान लेने वाला हिटलर शुद्ध रूप से शाकाहारी था। हिटलर पहला इंसान था जिन्होंने धूम्रपान के खिलाफ अभियान चलाया था। आज भी हिटलर की मूछों को लोग टूथब्रश मूंछ कहते हैं। हद तो तब हो गई जब इन्हें 1939 में शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। लेकिन पूरी दुनिया हिटलर की क्रूरता का खुलकर विरोध कर रहा था और एक वक्त ऐसा आया कि हिटलर अपने दुश्मनों से चारों तरफ से घिर चुका था और अब हिटलर को लगने लगा था कि वो जीत नहीं सकते। इसलिए 30 अप्रैल 1945 को अपनी पत्नी ईवा ब्रौन के साथ गोली मारकर आत्महत्या कर लिया था। और अपने सैनिकों से कह दिया था कि मरने के बाद मेरे मृत शरीर को जला देना ताकि दुश्मनों को मेरे मौत का पता ना चले।
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