लिव-इन-रिलेशनशिप(Live-in-Relationship) क्या होता है?
लिव इन रिलेशनशिप को "शादी करना" कहूं तो कोई खास फर्क नहीं होगा। क्योंकि लिव इन रिलेशनशिप में लड़का-लड़की एक दूसरे के बेहद करीब होते हैं। यहां तक कि एक दूसरे के साथ शारीरिक संबंध भी बनता है। यूं समझ लीजिए कि लिव इन रिलेशनशिप में हर वो चीज करता है जो एक Couple शादी के बाद करता है। फर्क सिर्फ इतना होता है कि ये सात फेरे या निकाह नहीं किए रहते हैं। अगर लिव इन रिलेशनशिप में एक दूसरे के साथ जमता है तो वह शादी कर लेते हैं। अन्यथा दोनों एक दूसरे से आजाद है।
लिव इन रिलेशनशिप और शादी में क्या अंतर होता है?
(1) लिव इन रिलेशनशिप में सिर्फ दो इंसानों का मिलन होता है जबकि शादी में इन दो इंसानों के अलावा दो परिवारों का भी मिलन होता है।
(2) लिव इन रिलेशनशिप में सिर्फ एक दूसरे के व्यवहार का पता चलता है जबकि शादी में एक दूसरे के एहसास को समझा जाता है।
(3) लिव इन रिलेशनशिप में दोनों एक दूसरे का मदद करने का वादा करते हैं जबकि शादी में दोनों एक दूसरे के साथ मर मिटने का कसम खाते है।
लिव इन रिलेशनशिप के फायदे
लिव इन रिलेशनशिप के फायदे यह है कि दोनों लड़का-लड़की शादी से पहले एक दूसरे के जीवन जीने के तौर-तरीके को समझते है। और शादी के बाद उन्हें किसी तरह का कोई पछतावा नहीं होता है।
लिव इन रिलेशनशिप के नुकसान
लिव इन रिलेशनशिप में ज्यादातर नुकसान लड़कियों को होता है या सिर्फ लड़कियों को कहूं तो कम भी नहीं है। क्योंकि लिव इन रिलेशनशिप में ज्यादातर लड़कियां प्रेग्नेंट हो जाती है और प्रेग्नेंट हो जाने के बाद कुछ लड़के शादी से इंकार कर देते हैं। शादी से पहले प्रेग्नेंट होना कितनी शर्मनाक है ये सिर्फ एक लड़की ही समझ सकती है।
दोस्तों मैं आशा करता हूं कि आप लोग इसे अच्छी तरह से समझ गए होंगे। ऐसे ही पोस्ट पढ़ने के लिए मेरे ब्लॉग को फॉलो करें।