अपने पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लिए कुछ शर्तें होती है। उस शर्तों को पूरा करने के बाद ही कोई भी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन सकता है। राष्ट्रीय पार्टी क्या होता है?, इसके क्या-क्या शर्ते हैं और राष्ट्रीय पार्टी की क्या जिम्मेदारी होती है? साथ ही क्षेत्रीय पार्टी की क्या शर्तें होती है। इन सब के बारे में जानेंगे।
जब कोई पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन जाता है तो उस पार्टी को स्थाई चुनाव चिन्ह, सरकारी आवास और सुरक्षा उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही जब कोई पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन जाता है तो वह पार्टी प्रधानमंत्री पद के योग्य बन जाते हैं।
•राष्ट्रीय पार्टी के लिए शर्तें
राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लिए उस पार्टी को-
(1)एक ही राज्य में लोकसभा की 11 सीटें होना चाहिए।
(2)एक ही राज्य में लोकसभा की 2% सीट होना चाहिए।
(3)तीन अलग-अलग राज्यों में कुल 4 सीट होना चाहिए।
इनमें से किसी एक शर्त को पूरा करने पर उस पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी घोषित कर दिया जाता है।
•राष्ट्रीय पार्टी (National Party)
(1) कांग्रेस (1885)-ए•ओ• हयुम(पंजा छाप)
(2) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (1925)-एम• एन• राय (धान काटता किसान)
(3) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (1964)-पी•एन• डांगे(हश्वा हथौड़ी)
(4) भारतीय जनता पार्टी (1980)-अटल बिहारी वाजपेयी(कमल)
(5) बहुजन समाज पार्टी (1984)-कासीराम(हाथी)
(6) राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (1992)-शरद पवार (टेबल घड़ी)
•क्षेत्रीय पार्टी क्या होता है?
क्षेत्रीय पार्टी राज्य भर में ही सीमित रहता है। क्षेत्रीय पार्टी किसी भी राज्य का बड़ा पार्टी होता है। क्षेत्रीय पार्टी के लिए भी कुछ शर्ते होती है उस शर्तों को पूरा करने के बाद ही उस पार्टी को क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा दिया जाता है।
•क्षेत्रीय पार्टी के लिए शर्तें-
क्षेत्रीय पार्टी के लिए तीन शर्ते हैं। किसी एक शर्त को पूरा करने पर ही उसे क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा दिया जाता है।
(1) उस राज्य के विधानसभा चुनाव में कम से कम 2 सीट हो।
(2) उस राज्य के विधानसभा चुनाव में कम से कम 3% सीट हो।
(3) उस राज्य में डाले गए कुल वोट का 80% वोट हो।