विधायिका क्या होता है?
विधायिका शब्द विधेयक से लिया गया है। यानी विधि-विधेयक या कानून बनाने की शक्ति विधायिका के पास होता है। जितने भी नियम कानून संसद से बनकर आते हैं वो सब विधायिका के द्वारा बनाए गए हैं।
विधायिका
केंद्र स्तर पर-राष्ट्रपति,उपराष्ट्रपति,प्रधानमंत्री,मंत्री परिषद।
राज्य स्तर पर-राज्यपाल,उप-राज्यपाल,मुख्यमंत्री,मंत्री परिषद।
कार्यपालिका क्या होता है?
विधायिका कोई भी विधि-विधेयक या नियम कानून सिर्फ बना यानी Create कर सकता है। इसके पास लागू करने की शक्ति नहीं होती है। इसे लागू सिर्फ कार्यपालिका ही कर सकता है। कोई भी विधि-विधेयक कितना सही है और कितना गलत है। इसका फैसला कार्यपालिका करता है। जब तक विधेयक को कार्यपालिका सही नहीं ठहराता तब तक विधेयक कानून नहीं बन सकता है।
कार्यपालिका
केंद्र स्तर पर- संसद (लोकसभा तथा राज्यसभा)
राज्य स्तर पर-विधानमंडल (विधानसभा तथा विधान परिषद)
न्यायपालिका क्या होता है?
कानून बनाने और लागू करने के बाद जब जनता कानून को गलत बताकर उसका विरोध करने लगता है तो इसमें न्याय करने की व्यवस्था न्यायपालिका के पास होती है। न्यायपालिका विरोध करने वाले को सजा भी दे सकता है।
न्यायपालिका
•Supreme Court
•High Court
•District Court