हज और उमराह इस्लाम में दो महत्वपूर्ण तीर्थ संस्कार है। जबकि दोनों में पवित्र शहर मक्का का दौरा शामिल है। लेकिन हज और उमराह कई मायनों में भिन्न है। ये सवाल कई बार हमारे मन में भी आते हैं कि आखिर हज और उमराह में क्या फर्क होता है? तो दोस्तों आज हम इन्हीं के बारे में विस्तार से जानेंगे।
हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक हैं और एक अनिवार्य तीर्थयात्रा है। जिसे सभी सक्षम और आर्थिक रूप से सक्षम मुसलमानों को अपने जीवन काल में कम से कम एक बार जरूर जाना चाहिए।
• उमराह क्या है| What is Umrah?
उमरा एक स्वैच्छिक (अपने इच्छानुसार) तीर्थयात्रा है। जिसे कोई भी मुसलमान कर सकता है। उमराह का अर्थ (अरबी में) होता है- एक आबादी वाले स्थान पर जाना।
उमराह दो प्रकार के होते है -
(1) अल-उमरत अल मूत्रदह - हज के बिना उमराह करना।
(2) उमरत-अल तम्मतु - हज के साथ-साथ उमरा भी करना।
• हज और उमरा में अंतर -
(1) हज एक विशेष समय के दौरान किया जाता है। जो इस्लामिक कैलेंडर का आखरी महीना होता है। जिसे धू -अल - हिज्जा के नाम से जाना जाता है। जबकि उमराह साल की किसी भी समय किया जा सकता है।
(2) हज में विशिष्ट संस्कारों और अनुष्ठानों की एक श्रृंखला होती है। जिसे कई दिनों की अवधि में एक विशेष क्रम में किया जाता है। जैसे इनमें एहराम (एक विशेष परिधान) पहनना, तवाफ करना (काबा की परिक्रमा करना), अराफात में खड़े होना शामिल है। जबकि उमराह में कम संस्कार शामिल है।
(3) हज में कई दिन लग जाते हैं जबकि उमराह बहुत कम समय हो जाता है।
(4) हज वे ही लोग कर सकते हैं जिनके मां-बाप जिंदा नहीं है। जबकि उमरा में ऐसा कोई नियम नहीं है। कोई भी, किसी भी समय कर सकता है।
(5) हज करने की लागत उमराह करने के तुलना में बहुत अधिक लगता है। हज की लागत 5 - 6 लाख के बीच आता है। जबकि उमराह की लागत लगभग 1.5 -2 लाख के बीच आता है।