G20 (Group of Twenty) 20 देशों के केंद्रीय बैंकों के गवर्नर एवं सरकारों का एक संघ हैं।
G20,19 देशों और यूरोपीय संघ की सरकारों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संघ बना हुआ है।
• G20 के उपज का कारण
1990 के दशक के दौरान वित्तीय संकटों के जवाब में 1999 में G20 का स्थापना किया गया।
G20 का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता और सतत विकास को बढ़ावा देना है। सदस्य देशों में संयुक्त राज्य अमेरिका,चीन,भारत,जापान,जर्मनी और अन्य जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्था वाले देश शामिल हैं।
G20 का बैठक नेताओं के लिए वैश्विक आर्थिक मुद्दों पर चर्चा और समन्वय के लिए एक मंच के रूप में प्रतिनिधित्व करता हैं। प्राथमिक उद्देश्यों में से एक वित्तीय संकट को रोकना और अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक प्रणाली की स्थिरता को बढ़ाना है। G20 इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए व्यापक आर्थिक नीति, विनिमय दर स्थिरता और वित्तीय बाजार विनियमन पर ध्यान केंद्रित करता है।
G20 अपनी विशेषज्ञता और संसाधनों का लाभ उठाने के लिए IMF (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) और World Bank (विश्व बैंक) जैसे अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ भी सहयोग करता है।
हाल के वर्षों में G20 को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। जिसमें COVID-19 महामारी भी शामिल है। यह मंच महामारी के आर्थिक और स्वास्थ्य प्रभावों को कम करने के लिए वैश्विक प्रतिक्रियाओं के समन्वय में सहायक रहा है। इसमें टीकों तक समान पहुंच सुनिश्चित करने, कमजोर अर्थव्यवस्थाओं के लिए समर्थन और आर्थिक सुधार को सुविधाजनक बनाने के उपाय शामिल हैं।
• G20 सम्मेलन (Summit) 2023
अभी हाल ही में September 2023 में G20 का सम्मेलन भारत में हुआ है। जो 2023 में प्रगति मैदान (नई दिल्ली) में हुई है। जिसकी अध्यक्षता भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। G20 सम्मेलन 2023 के बैठक में अब African Union (11 देशों का संघ)भी शामिल हो गया है। जिससे अब G20 ना होकर G31 हो गया है। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के प्रधान मंत्री लूला डी सिल्वा को अगले साल G20 का कमान संभालने के लिए सौंपा है।