RDX को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान प्रमुखता मिली जब इसे विभिन्न सैन्य प्रयोगों में नियोजित किया गया। ऊर्जा विमोचन और स्थिरता के संदर्भ में इसकी प्रभावशीलता ने इसे विस्फोटक फॉर्मूलेशन में एक प्रमुख घटक बना दिया है। RDX ने बम, गोले और टॉरपीडो सहित युद्ध सामग्री के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विभिन्न पर्यावरणीय परिस्थितियों में इसकी स्थिरता और झटके के प्रतिरोध ने इसे सैन्य अनुप्रयोगों के लिए एक पसंदीदा विकल्प बना दिया है।
RDX एक महत्वपूर्ण विस्फोटक यौगिक के रूप में खड़ा है जिसका एक पुराना इतिहास है। और विभिन्न क्षेत्रों में इसका निरंतर महत्व है। उच्च स्थिरता और विस्फोट वेग के साथ इसके अद्वितीय रासायनिक गुणों ने सैन्य और नागरिक दोनों क्षेत्रों में विस्फोटक अनुप्रयोगों के लिए एक पसंदीदा विकल्प के रूप में इसकी स्थिति को मजबूत किया है। जैसे-जैसे प्रौद्योगिकी आगे बढ़ रही है और चल रहे अनुसंधान का उद्देश्य विभिन्न उद्योगों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने वाले विकल्पों की खोज करते हुए RDX से जुड़ी सुरक्षा और पर्यावरण संबंधी चिंताओं को दूर करना है।